Sah Polymers Ltd IPO: जानिए कंपनी प्रोफाइल, लॉन्च डेट, क़ीमत, फाइनेंशियल परफॉरमेंस और जोखिमों के बारे में

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यह साल 2022 का आखिरी IPO है! राजस्थान स्थित साह पॉलीमर्स लिमिटेड (Sah Polymers Ltd) ने आज यानी 30 दिसंबर को अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO ) लॉन्च किया है। इस लेख में, हम कंपनी और उसके IPO का विश्लेषण करेंगे।

कंपनी प्रोफाइल

1992 में स्थापित, साह पॉलीमर्स लिमिटेड कृषि-कीटनाशकों, सीमेंट, रसायन, खाद, कपड़ा और स्टील उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने वाले बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) निर्माताओं को अनुकूलित थोक पैकेजिंग सलूशन प्रोवाइड करता है। वे पॉलीप्रोपाइलीन (Polypropylene) या हाई-डेंसिटी पॉलीथीन (High-Density Polyethylene), फ्लेक्सिबल इंटरमीडिएट बल्क कंटेनर (Flexible Intermediate Bulk Container) बैग, बुने हुए बोरे और विभिन्न वजन, आकार और रंगों के पॉलीप्रोपाइलीन (Polypropylene) या हाई-डेंसिटी पॉलीथीन (High-Density Polyethylene) बुने हुए कपड़े का निर्माण और बिक्री करते हैं। कंपनी ग्राहकों की जरूरत के हिसाब से कस्टमाइज प्रोडक्ट बनाती है।

साह पॉलीमर्स लिमिटेड की भारत में छह राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में मौजूदगी है। यह पुर्तगाल, फ्रांस, इटली, घाना, संयुक्त अरब अमीरात, संयुक्त राज्य अमेरिका और आयरलैंड सहित 14 देशों को उत्पादों का निर्यात करता है। कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की डेल क्रेडेरे एसोसिएट कम कंसाइनमेंट स्टॉकिस्ट (DCA/CS) है और इसके पॉलीमर डिवीजन के लिए IOCL के डीलर द्वारा संचालित पॉलीमर वेयरहाउस का संचालन भी करती है।

साह पॉलीमर्स को SAT इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा प्रमोट किया जाता है, जो NSE और BSE में सूचीबद्ध है। उदयपुर, राजस्थान में इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है, जिसकी प्रोडक्शन कपैसिटी 3,960 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) है।

IPO के बारे में

साह पॉलीमर्स लिमिटेड का पब्लिक इश्यू 30 दिसंबर को खुलेगा और 4 जनवरी को बंद होगाकंपनी ने IPO के लिए मूल्य बैंड के रूप में ₹61-65 प्रति शेयर तय किया है।

शेयरों का फ्रेश इशू (प्रत्येक 10 रुपये के अंकित मूल्य का) कुल मिलाकर 66.3 करोड़ रुपये है। व्यक्तिगत निवेशक न्यूनतम 230 इक्विटी शेयरों (1 लॉट) के लिए और उसके बाद 230 शेयरों के गुणक में बोली लगा सकते हैं। इस IPO के लिए आवेदन करने के लिए आपको न्यूनतम ₹14,950 (कट-ऑफ कीमत पर) की आवश्यकता होगी। खुदरा निवेशक द्वारा लागू किए जा सकने वाले शेयरों की अधिकतम संख्या 2,990 इक्विटी शेयर (13 लॉट) है।

साह पॉलीमर्स लिमिटेड IPO से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग नीचे दिए प्रकार से करेगी:

  • फ्लेक्सिबल इंटरमीडिएट बल्क कंटेनर (Flexible Intermediate Bulk Containers) के नए प्रकार के निर्माण के लिए एक नई फैसिलिटी स्थापित करने के लिए - ₹8.18 करोड़
  • कंपनी और उसकी सहायक कंपनी द्वारा लिए गए कुछ उधारों का पुनर्भुगतान या पूर्व भुगतान - ₹19.66 करोड़
  • वर्किंग कैपिटल आवश्यकताओं का फंडिंग - ₹14.95 करोड़
  • जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्य

IPO के बाद कंपनी में कुल प्रमोटर होल्डिंग 100% से घटकर 60.46% हो जाएगी।

फाइनेंशियल परफॉरमेंस

पिछले तीन फाइनेंशियल ईयर  (FY20-22) में, साह पॉलीमर्स ने रेवेन्यू और मुनाफे में लगातार बढ़त दर्ज की है। इस अवधि के दौरान इसका रेवेन्यू  27.75% के CAGR से बढ़ा है, जबकि टैक्स के बाद प्रॉफिट (profit after tax) 284% के CAGR से बढ़ा है। EBITDA मार्जिन FY20 में 3.7% से बढ़कर FY22 में 8.7% हो गया है। इस बीच, फाइनेंशियल ईयर 2020 में कुल उधार ₹10.37 करोड़ से बढ़कर  फाइनेंशियल ईयर 2022 में ₹30.54 करोड़ हो गया है।

कंपनी ने जून 2022 (Q1 FY23) को खत्म हुए क्वार्टर के लिए ₹1.25 करोड़ का नेट प्रॉफिट और ₹27.59 करोड़ का टोटल रेवेन्यू पोस्ट किया।

जोखिम के घटक

  • कंपनी ने हाल के दिनों में ऑपरेशन्स (या नकदी बहिर्वाह) से निगेटिव कॅश फ्लो का अनुभव किया है और भविष्य में इसका सामना करना पड़ सकता है।
  • साह पॉलीमर्स लिमिटेड अपने टॉप 10 ग्राहकों से अपने रेवेन्यू का एक महत्वपूर्ण हिस्सा (फाइनेंशियल ईयर 22 के अनुसार ~ 65.83%) प्राप्त करता है। इनमें से किसी भी ग्राहक के खोने या उनसे मांग घटने से उसके कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
  • उन्हें इस क्षेत्र में कई बड़े और छोटे खिलाड़ियों से भारी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है।
  • ट्रेड रिसिव्हेबल और इन्वेंट्रीज़ के लिए कंपनी को महत्वपूर्ण मात्रा में वर्किंग कैपिटल की आवश्यकता होती है। वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में इसकी अक्षमता साह पॉलीमर्स के पुरे कारोबार को नुकसान पहुंचा सकती है।

IPO का विवरण

साह पॉलीमर्स  ने 20 दिसंबर को अपने IPO के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) दायर किया। आप इसे यहां पढ़ सकते हैं। कुल प्रस्ताव में से, 75% क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए आरक्षित है, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs)  के लिए 15% औररिटेल इनवेस्टर्स  के लिए 10% आरक्षित है।

IPO से पहले, साह पॉलिमर ने एंकर निवेशकों से ₹30 करोड़ रुपये जुटाए। प्रमुख निवेशकों में लीडिंग लाइट फंड VCC, सेंट कैपिटल फंड और मावेन इंडिया फंड शामिल हैं।

निष्कर्ष

पैकेजिंग उद्योग भारत की अर्थव्यवस्था के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। इसने पिछले कई वर्षों में स्थिर बढ़त दर्ज की है और विशेष रूप से निर्यात बाजार में विस्तार के लिए उच्च क्षमता दिखाता है। अपने मौजूदा ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा करने और नए ग्राहक हासिल करने के लिए, साह पॉलीमर्स एक नई सुविधा स्थापित करके अपनी निर्माण क्षमताओं का विस्तार करेगी। वे अपने उद्योग के भीतर इनऑर्गनिकली रूप से बढ़ने और ग्राहक नेटवर्क में सुधार करने के लिए अच्छी स्थिति में होने का भी दावा करते हैं।

सूचीबद्ध होने के बाद साह पॉलीमर्स लिमिटेड सीधे तौर पर ऋषि टेकटेक्स, जंबो बैग, एम्बी इंडस्ट्रीज और कमर्शियल सिन बैग्स लिमिटेड जैसे सूचीबद्ध साथियों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी।

कंपनी को ग्रे मार्केट में ज्यादा दिलचस्पी नहीं मिली है। साह पॉलीमर्स लिमिटेड के IPO शेयर आज अनौपचारिक बाजार में ₹6 के प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं। इस IPO में आवेदन करने से पहले, हम यह देखने का इंतजार करेंगे कि, संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा ओवरसब्सक्राइब होता है या नहीं। कंपनी से जुड़े जोखिमों पर विचार करें और अपने निष्कर्ष पर आएं।

साह पॉलीमर्स लिमिटेड के IPO पर आपकी क्या राय है? क्या आप इसके लिए आवेदन करेंगे? हमें मार्केटफीड ऐप के कमेंट सेक्शन में बताएं।

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